हकीकत
हक़ीक़त तुम किसी काग़ज़ के ऊपर दर्ज कर देना।
बहुत दिलकश नज़ारा है दिलों पर नक्श कर देना।
बिछड़ कर तुमसे इक पल भी मैं तन्हा रह न पाऊंगा।
कभी तुम अलविदा कहना मुझे तुम फर्ज़ कर देना।
बहुत मुश्किल भुलाना होता है जो दिल में रहते हैं।
हमे तुम याद भी रखना ये मुझ पर कर्ज कर देना।