Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2021 · 1 min read

हंसी

जो हंसी खुशी में बदल जाए उसे खुश नसीब कहते हैं।
जो हंसी दुखी में बदल जाए उसे बदनसीब कहते हैं।।

शेर – जय लगन कुमार हैप्पी ⛳

Language: Hindi
Tag: शेर
469 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विद्रोही
विद्रोही
Shekhar Chandra Mitra
आया बसंत
आया बसंत
Seema gupta,Alwar
सायलेंट किलर
सायलेंट किलर
Dr MusafiR BaithA
Live in Present
Live in Present
Satbir Singh Sidhu
शिव रात्रि
शिव रात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
संघर्ष हमारा जीतेगा,
संघर्ष हमारा जीतेगा,
Shweta Soni
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
पूर्वार्थ
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
*मन के धागे बुने तो नहीं है*
*मन के धागे बुने तो नहीं है*
Buddha Prakash
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
जिस दिन हम ज़मी पर आये ये आसमाँ भी खूब रोया था,
Ranjeet kumar patre
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Harish Chandra Pande
रंगमंचक कलाकार सब दिन बनल छी, मुदा कखनो दर्शक बनबाक चेष्टा क
रंगमंचक कलाकार सब दिन बनल छी, मुदा कखनो दर्शक बनबाक चेष्टा क
DrLakshman Jha Parimal
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
कल्पित एक भोर पे आस टिकी थी, जिसकी ओस में तरुण कोपल जीवंत हुए।
Manisha Manjari
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*छिपी रहती सरल चेहरों के, पीछे होशियारी है (हिंदी गजल)*
*छिपी रहती सरल चेहरों के, पीछे होशियारी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2685.*पूर्णिका*
2685.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समय
समय
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Neeraj Agarwal
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
पागल बना दिया
पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मानव तेरी जय
मानव तेरी जय
Sandeep Pande
मैंने एक दिन खुद से सवाल किया —
मैंने एक दिन खुद से सवाल किया —
SURYA PRAKASH SHARMA
बुलंदियों से भरे हौसलें...!!!!
बुलंदियों से भरे हौसलें...!!!!
Jyoti Khari
"प्यार की नज़र से"
Dr. Kishan tandon kranti
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
🙅दोहा🙅
🙅दोहा🙅
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे बुद्ध महान !
मेरे बुद्ध महान !
मनोज कर्ण
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...