Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2023 · 1 min read

हँसी तुम्हारी चंदा जैसी

हँसी तुम्हारी चंदा जैसी

हँसी तुम्हारी चंदा जैसी,
चितवन फूल पलाश
बातें झरना यथा ओसकण
तारों भरा उजास

गुन-गुन भौंरों जैसे गाना,
और शरारत से मुस्काना
हौले-से,ही हमें चिढ़ाना
वादा कर फिर हाथ न आना
चमकाती लेकिन फिर भी हो
एक किरन की आस

जो भी दिन है साथ बिताए,
जस फूलों की घाटी में घर
नोंक-झोंक विस्मृति-स्मृति में,
एक क्षीरमय सुन्दर सर

मिलना तुम से तीरथ जैसा,
भूला – बिसरा रास

२९ जून २००९

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 363 Views

You may also like these posts

आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
आज की सौगात जो बख्शी प्रभु ने है तुझे
Saraswati Bajpai
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ
यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
Keshav kishor Kumar
दिल की हसरत
दिल की हसरत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
ज़ख़्म गहरा है सब्र से काम लेना है,
Phool gufran
221/2121/1221/212
221/2121/1221/212
सत्य कुमार प्रेमी
सीरत अच्छी या सूरत
सीरत अच्छी या सूरत
MEENU SHARMA
कितना करता जीव यह ,
कितना करता जीव यह ,
sushil sarna
धूतानां धूतम अस्मि
धूतानां धूतम अस्मि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बरसात
बरसात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
डॉ. दीपक बवेजा
जागो जनता
जागो जनता
उमा झा
एक मजदूर ने सिखाया
एक मजदूर ने सिखाया
Krishna Manshi
2820. *पूर्णिका*
2820. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
फिर से अजनबी बना गए जो तुम
फिर से अजनबी बना गए जो तुम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"चालाक आदमी की दास्तान"
Pushpraj Anant
नारी वेदना के स्वर
नारी वेदना के स्वर
Shyam Sundar Subramanian
तुम बिन जीने की बात सोचकर ही डर जाती हूं
तुम बिन जीने की बात सोचकर ही डर जाती हूं
Jyoti Roshni
बादल बरस भी जाओ
बादल बरस भी जाओ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
अनकहा
अनकहा
Madhu Shah
शायरी
शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*प्रणय*
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तहजीब राखिए !
तहजीब राखिए !
साहित्य गौरव
रिश्तों की हरियाली
रिश्तों की हरियाली
सुशील भारती
भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख कारण यह भी है की यह पर पूरी
भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख कारण यह भी है की यह पर पूरी
Rj Anand Prajapati
आदमी ही आदमी से खौफ़ खाने लगे
आदमी ही आदमी से खौफ़ खाने लगे
Dr. Kishan Karigar
"काश"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...