हँसता हूं मुस्काता हूँ, मै गीत खुशी के गाता हूँ।
हँसता हूँ मुस्काता हूँ ,
मैं गीत खुशी के गाता हूँ।
खुशियाँ जीवन्त करें जन को
सब साहस सम्बल दें मन को
फूलों सा पल पल मन महके
जीवन पतवार चलाता हूँ
हँसता हूँ मुस्काता हूँ ,
मैं गीत खुशी के गाता हूँ।
मायूस न हो गर दुःख मिलता
कुछ अनुभव सीख, नया मिलता
व्यथित जनों को फिर फिर मैं,
नव धीरज ह्रदय बँधाता हूँ
हँसता हूँ मुस्काता हूँ
मैं गीत खुशी के गाता हूँ।
सबको खुशियों की राह मिले
सबकी अभिलाषा हो पूरी
ना दिखे कहीं पर मजबूरी
ईश्वर से यही मनाता हूँ
हँसता हूँ मुस्काता हूँ
मैं गीत खुशी के गाता हूँ।
मेहनत सब पीर हरे दुःख की
कर्मों से राह मिले सुख की
सुख शीतल छांव बताता हूँ
खुशियों की राह दिखाता हूँ
हँसता हूँ मुस्काता हूँ
मैं गीत खुशी के गाता हूँ।
अनुराग दीक्षित