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22 Apr 2024 · 1 min read

हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ

हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ
मुस्कुराकर दर्द सह लेती हूँ
रात गम में गुजार लेती हूँ
दिल को कैसे समझाऊं?
सुनते तो सब हैं मुझे
अपनी बात को कैसे बताऊँ?
कोशिश तो की थी
लेकिन किसी को क्या बताऊं?

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