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13 Aug 2021 · 1 min read

स्वीकार कर लेता हूं।

हृदय से स्वीकार कर लेता हूं।
जीवन क्षणभंगुर
कौन-किसको जाना है,
यहां तो महाबली का भी
आना-जाना है।
अनुराग यही सोचकर कर लेता हूं।
हर अदा आपकी,
आपके खुशी के खातिर,
मैं हृदय से स्वीकार कर लेता हूं।

मिले जो प्यार,
आपका तनिक भी,
मुहब्बत बेसुमार धर लेता हूं।
यही अमरत्व
जीवन का,
मैं हृदय से स्वीकार कर लेता हूं।
………….
✍️ शिवपूजन यादव’सहज’
ग्राम पोस्ट रामपुरकठरवां लालगंज आजमगढ़ उत्तर प्रदेश।

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 227 Views

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