स्वास्थ्य
स्वास्थ्य है जीवन की प्रथम पूँजी।
स्वच्छता स्वास्थ्य की प्रथम कुंजी।
शुद्ध पर्यावरण से जुड़ा स्वास्थ्य ।
इसे दोह रही भौतिकता की गूँजी।।
स्वास्थ्य से ही भविष्य और कल।
धरती को भी रखें जब हम निर्मल।
सबका हो संकल्प सबका हो साथ,
शुद्ध रहे भोजन शुद्ध रहे जल।।
महत्व कितना प्रकृति सरंक्षण का।
महत्व भी है व्यायाम व योग का।
संयम और सादगी का भी जोड़ है।
महत्व है सही स्वास्थ्य विज्ञान का।।
तन और मन से भी जुड़ा स्वास्थ्य।
समाज व आध्यात्म से जुड़ा स्वास्थ्य।
चिकित्सा स्वास्थ्य,परिवार कल्याण।
सभी को जोड़कर चलता स्वास्थ्य।।
स्वास्थ्य ही जीवन की प्रथम पूंजी–
(विश्व स्वास्थ्य दिवस पर समर्पित कविता)
(लेखक- डॉ शिव लहरी )