स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं
आओ सब मिलकर विवेकानंद को शीश झुकाए,
स्वामी के अनमोल वचन जीवन में अपनाएं।
उठें जागें और कर्म पथ पर तब तलक चलते रहें,
जब तक नियत लक्ष्य को हम हासिल न करें।
ध्यान रखें कि यदि कोई समस्या नहीं है आती,
तो संभव है कहीं हमारी गति भटक है जाती।
सदा अच्छा सोचो तो निश्चित अच्छा ही सब होगा।
निर्बलता का पतन,सफलता का उद्गम होगा।
जीवन में नाम और पहचान भले ही छोटी हो
पर ध्यान रहे वह अपनी ही हो और ना खोटी हो।
ईश मिलन के लिए परोपकार का पथ अपनाओ,
अपने सतकर्मों से प्रभु को मन मंदिर में बसाओ।
सारा ब्रह्मांड सदा साथ रहता हरपल हमारे,
पर दुर्भाग्य हम नहीं देखते सुंदर सत्य नजारे।
जीवन एक पाठशाला,जब तक जीना तब तक सीखना।
अनुभव के शिक्षक से मोतियों को तुम बीनना।
कहे ओम जीवन तुम्हारा सफल हो जाएगा,
स्वामी विवेकानंद के आशीष से जीवन खिल जाएगा।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ‘ओम’
तिलसहरी,कानपुर नगर उत्तर प्रदेश
©मौलिक, स्वरचित