स्वाभिमान
प्रिये रहा हमेशा,
मेरा स्वाभिमान, मेरा अभिमान
जिसके लिए ना झुकी,
ना डरी कभी,
अदम्य, अविचलित,अडिग,अडोल
रही सदा,
प्रिये रहा हमेशा स्वाभिमान,
सही को सही और गलत को गलत,
समझने की पहचान सदा,
हां, प्रिये रहा मुझे मेरा अभिमान सदा,
भीड़ में भी रही अलग ही सदा,
लहरों के विपरीत चलाता रहा,
यही अभिमान सदा,
हाँ , प्रिये रहा मुझे स्वाभिमान सदा…