स्वागत बरखा
1
बरसा पानी
हुई धरती तृप्त
है हरियाली
2
घर आंगन
फैलती हरियाली
स्वागत वर्षा
3
सावन झूले
झूमती हरीतिमा
मंगल गीत
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल
1
बरसा पानी
हुई धरती तृप्त
है हरियाली
2
घर आंगन
फैलती हरियाली
स्वागत वर्षा
3
सावन झूले
झूमती हरीतिमा
मंगल गीत
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल