स्वस्थ्य मस्तिष्क में अच्छे विचारों की पूॅजी संकलित रहती है
स्वस्थ्य मस्तिष्क में अच्छे विचारों की पूॅजी संकलित रहती है । खुद की कमियों को देखने वाले सुख के शिखर पर चढ़ते जातें हैं और दूसरों में कमी निकालने की प्रबृत्ति दु:ख तथा पतन की राह पर अग्रसरित करती है। गन्दे पानी को हिलाते रहने के बजाय शान्त छोड़ देने से गन्दगी नीचे बैठ जाती है ! जो जल साफ होगा अपने आप ही ऊपर आ जायेगा।