में इंसान हुँ इंसानियत की बात करता हूँ।
Rap song 【4】 - पटना तुम घुमाया
जब गेंद बोलती है, धरती हिलती है, मोहम्मद शमी का जादू, बयां क
*गाजर-हलवा श्रेष्ठतम, मीठे का अभिप्राय (कुंडलिया)*
तुम्हें पाने के बाद मुझे सिर्फ एक ही चीज से डर लगता है वो है
शीर्षक - नागपंचमी....... एक प्रथा
जब एक शख्स लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गव
क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन
यह रात का अंधेरा भी, हर एक के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
Let’s use the barter system.
जिंदगी रुठ कर इस कदर कहाँ जाएगी
हर-सम्त देखा तो ख़ुद को बहुत अकेला पाया,
भुला न पाऊँगी तुम्हें....!
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,