स्वतंत्रता दिवस
है आन यह, है शान यह तिरंगा नहीं अभिमान यह
सजा ध्वज आज हर घर में शान से लहरा रहा
प्रत्येक हिंदुस्तानी आज स्वतंत्रता का जश्न मना रहा
बलिदान है इस भूमि पर अनेको हमारे वीरो के
जो निडर खड़े डटे रहे लड़ते रहे शमशीरों से
आज भी यह तिरंगा वही इतिहास को दोहरा रहा
प्रत्येक हिंदुस्तानी आज स्वतंत्रता का जश्न मना रहा
केसरिया जिसके शीश पर और हरित पद चूम रहा
श्वेत जिसके मध्य रमा ह्रदय शांति मना रहा
हर क्षेत्र में इसका परचम शान से लहरा रहा
प्रत्येक हिंदुस्तानी आज स्वतंत्रता का जश्न मना रहा