स्वतंत्रता दिवस
आजाद हुआ था जब भारत, वह पुण्य दिवस फिर आया है
भारत मां की जय का नारा, धरती अम्बर में छाया है
विपदाओं के बादल नभ में, हम कहीं नहीं छाने देंगे
भारत माता पर कोई भी ,हम आँच नहीं आने देंगे
मन में रखकर विश्वास यही, हमने झंडा फहराया है
आजाद हुआथा जब भारत,वो पुण्य दिवस फिरआया है
झंडे का कोई धर्म नहीं, यह सब धर्मों को प्यारा है
मिलता सबको सम्मान यहाँ ,यह हिंदुस्तान हमारा है
कुछ पुण्य हमारे ही होंगे, जो जन्म यहां पर पाया है
आजाद हुआ था जब भारत, वो पुण्य दिवस फिर आया है
गोरों के जुल्मों को सहकर, हमने आजादी पायी है
कितने ही वीरों ने अपनी, हँस हँसकर जान गवायी है
हमने उन वीर शहीदों को,अपना ये शीश झुकाया है
आजाद हुआ था जब भारत, वो पुण्य दिवस फिर आया है
15.08.2023
डॉ अर्चना गुप्ता