Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2024 · 1 min read

“स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll

“स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll
कुछ महिलाएं चकाचौंध के नाम पर अंधेरे में जा रही हैं ll

शर्मोंहया बेंचकर सबकुछ पा भी लिया तो क्या,
विकास की तरकीबें संदेश के घेरे‌ में आ रही हैं ll

कलम-किताब के बाद सारा ध्यान लिबास पर है,
पढाई लिखाई के बाद किताबें कचरे में जा रही हैं ‌ll

बुराईयां न्यायधीश बनी बैठी हैं,
अच्छाईयां कटघरे में आ रहीं हैं ll

पुरूष तो पहले से बदनाम है इस समाज में,
कुछ महिलाएं पुरूषों के पैंतरे में आ रही हैं ll”

नोट- कृपया व्यक्तिगत न लेवें l
यहाँ बात एक विशेष समूह के लिए कही जा रही है l

27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
*भूल गए अध्यात्म सनातन, जातिवाद बस याद किया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
Rj Anand Prajapati
संवाद
संवाद
surenderpal vaidya
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आपके
आपके "लाइक्स"
*प्रणय*
आंखों में तिरी जाना...
आंखों में तिरी जाना...
अरशद रसूल बदायूंनी
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
4467.*पूर्णिका*
4467.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरे जैसा
मेरे जैसा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
डिग्रियां तो मात्र आपके शैक्षिक खर्चों की रसीद मात्र हैं ,
Lokesh Sharma
उड़ कर बहुत उड़े
उड़ कर बहुत उड़े
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
आवाहन
आवाहन
Shyam Sundar Subramanian
Grandma's madhu
Grandma's madhu
Mr. Bindesh Jha
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
हम भी खामोश होकर तेरा सब्र आजमाएंगे
Keshav kishor Kumar
सांवरिया
सांवरिया
Dr.Pratibha Prakash
समय अपवाद से नहीं ✨️ यथार्थ से चलता है
समय अपवाद से नहीं ✨️ यथार्थ से चलता है
©️ दामिनी नारायण सिंह
क्यो नकाब लगाती हो
क्यो नकाब लगाती हो
भरत कुमार सोलंकी
याद हम बनके
याद हम बनके
Dr fauzia Naseem shad
सताया ना कर ये जिंदगी
सताया ना कर ये जिंदगी
Rituraj shivem verma
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
मैं तुम्हें लिखता रहूंगा
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुक्ति
मुक्ति
Shashi Mahajan
भगवत गीता जयंती
भगवत गीता जयंती
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
जब दिल लग जाये,
जब दिल लग जाये,
Buddha Prakash
मौत का डर
मौत का डर
अनिल "आदर्श"
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
शेखर सिंह
कलम और रोशनाई की यादें
कलम और रोशनाई की यादें
VINOD CHAUHAN
सरस्वती वंदना-2
सरस्वती वंदना-2
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...