Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2017 · 1 min read

स्वच्छ करे गंगा जल को

$$ स्वच्छ करे गंगा जल को $$

रुखे बैठे जो भी यहा पर
कलीयो से सजा दे हर दिल को ।
उङा दो सब भँवरो को चमन से
खुशबू से महकादे महफिल को।

रिस्ता बन जाये दिल से दिल का ,
आओ यह अभियान करे।
स्वच्छ रिस्ता तब ही बन पाये,
जब स्वच्छ करे गंगा जल को ।‌।

वातावरण की शुद्ध वायु से
शक्ति का संचार करे।
जहा बढा दे कदम हमारा,
कोई तूफान ना तोङ सके बल को।।

आओ हम सब मिलकर
प्रेम भाव का नारा दे।
हिम्मत बन जाये एक दूजे की
जिससे असूर न पैदा हो कल को।।

जनता की इस भीङ से किसने
आवाज सुनी किसकी ,
करे बुलंद रस स्वर को अपने
इतिहास बना दे एक – एक पल को।।

ऐलान किया तुझसे लङने का
अब क्या पीछे कदम हटे,
या उतारदे खंजर सीने मे
या लौटाले अपने दल को।।

राजेन्द्र कुशवाहा

Language: Hindi
480 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
वीर भगत सिंह
वीर भगत सिंह
आलोक पांडेय
चमचा चरित्र.....
चमचा चरित्र.....
Awadhesh Kumar Singh
बीता कल ओझल हुआ,
बीता कल ओझल हुआ,
sushil sarna
डर
डर
अखिलेश 'अखिल'
" मुझे नहीं पता क्या कहूं "
Dr Meenu Poonia
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
बेतरतीब
बेतरतीब
Dr. Kishan tandon kranti
माँ दे - दे वरदान ।
माँ दे - दे वरदान ।
Anil Mishra Prahari
बातें कितनी प्यारी प्यारी...
बातें कितनी प्यारी प्यारी...
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
कोई हमारे लिए जब तक ही खास होता है
कोई हमारे लिए जब तक ही खास होता है
रुचि शर्मा
"कदम्ब की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए।
अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए।
सत्य कुमार प्रेमी
पिता
पिता
Dr. Rajeev Jain
काव्य
काव्य
साहित्य गौरव
* लोकार्पण *
* लोकार्पण *
surenderpal vaidya
3261.*पूर्णिका*
3261.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दौर - ए - कश्मकश
दौर - ए - कश्मकश
Shyam Sundar Subramanian
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
Rj Anand Prajapati
*बचपन यादों में बसा, लेकर मधुर उमंग (कुंडलिया)*
*बचपन यादों में बसा, लेकर मधुर उमंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बहुत चाहा हमने कि
बहुत चाहा हमने कि
gurudeenverma198
हुए प्रकाशित हम बाहर से,
हुए प्रकाशित हम बाहर से,
Sanjay ' शून्य'
सुनो सुनाऊॅ॑ अनसुनी कहानी
सुनो सुनाऊॅ॑ अनसुनी कहानी
VINOD CHAUHAN
अंग्रेज तो चले गए ,
अंग्रेज तो चले गए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
नज़ाकत या उल्फत
नज़ाकत या उल्फत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
Atul "Krishn"
बजाओ धुन बस सुने हम....
बजाओ धुन बस सुने हम....
Neeraj Agarwal
due to some reason or  excuses we keep busy in our life but
due to some reason or excuses we keep busy in our life but
पूर्वार्थ
🙅ताज़ा सलाह🙅
🙅ताज़ा सलाह🙅
*प्रणय*
Loading...