स्पोरोफाइट
इस देश रूपी स्पोरोफाइट में
हम लोगों जैसे स्पोर्स
पल रहे हैं
और
हमारे जैसे स्पोर्स को
झटका देने के लिए
कुछ मुट्ठी भर लोग
इलैटर का काम
कर रहे हैं।
✍️ शैलेन्द्र ‘असीम’
(1989 में सृजित वानस्पतिक कविता 😄)
इस देश रूपी स्पोरोफाइट में
हम लोगों जैसे स्पोर्स
पल रहे हैं
और
हमारे जैसे स्पोर्स को
झटका देने के लिए
कुछ मुट्ठी भर लोग
इलैटर का काम
कर रहे हैं।
✍️ शैलेन्द्र ‘असीम’
(1989 में सृजित वानस्पतिक कविता 😄)