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5 Nov 2023 · 1 min read

स्पर्श करें निजजन्म की मांटी

स्पर्श करें निजजन्म की मांटी अनुभव होगा पुरखों की त्याग तपस्या की कहानी श्रम पसीना सींची बगिया महशूस करें हृदयी धड़कन सुने इन बेजुवां रूह की वाणी ।
टी .पी . तरुण

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