“स्नेह के रंग” (Colors of Affection):
स्नेह के रंग
स्नेह के रंग छा गए हैं मेरे जीवन में, प्यार की पृथ्वी पर उमड़ आए हैं रंगीन छाप, हृदय की तालियों में बज रही हैं खुशियों की ढमाप।
प्रेम के रंगों से रंगी है ज़िंदगी के पल, आंखों में चमक दिखा रही है ख्वाबों की उमंग, चारों दिशाओं में फैल रही है प्यार की छाप।
लाल रंग में जलवे हैं, प्रेम के आगार में, नीले रंग की लहरें, प्यार की समुंदर में, पीले रंग के सूरज, उम्मीदों की धरा में।
हर रंग एक कहानी, स्नेह की कविता बनाता, रंगीन विचारों को जीने का नया अदान पाता, स्नेह के रंग में है संसार का नित्य समाता।
गुलाबी रंग की मस्ती, प्यार की बगिया में, हरा रंग की खुशियाँ, स्नेह की घास के मेंदन में, गहरे नीले रंग में झूम रही हैं स्नेह की आसमान।
स्नेह के रंग भर गए हैं ये आँखों के पल, खुशियों की रौशनी में चमक रहा है दिल का मकान, स्नेह के रंगों में खो गई हैं सारी तनहाई।
जीवन की पाठशाला में स्नेह के रंग बिखेरे, हाथों में थामे हैं प्यार की छायाओं के तारे, स्नेह के रंगों से बनी है ज़िंदगी की दुलारी।