स्त्री
स्त्रीलिंग – नारी
चुनौतियां अपार
शूल समान ,
कंटक बीच
सिंहवाहिनी – चण्डी
विजयशाली ,
धरणी – कांता
परिस्थिति समान
जिगरा सम ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 15/03/2021 )
स्त्रीलिंग – नारी
चुनौतियां अपार
शूल समान ,
कंटक बीच
सिंहवाहिनी – चण्डी
विजयशाली ,
धरणी – कांता
परिस्थिति समान
जिगरा सम ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 15/03/2021 )