स्कूल बस
बस ने हॉर्न दिया क्या भाई
मानो अपनी आफत आई
पापा आये आगे आगे
बस्ता लेकर हम भी भागे
मम्मी ने वापस बुलवाया
लंच बॉक्स हमको पकड़ाया
कंडक्टर थोड़ा चिल्लाया
हमें नही बिल्कुल ये भाया
जा बैठे हम बस के अंदर
झगड़ पड़े बस की सीटों पर
बच्चे अधिक सीट जो कम हैं
रोज खड़े होते बस हम है
कंडक्टर ने सुलाह कराई
सबकी ही बारी लगवाई
अगले दिन फिर वही लड़ाई
बात किसी को समझ न आई
जाना बस से मजबूरी है
ज्यादा घर से जो दूरी है
छुट्टी में भी मारा मारी
आना जाना लगता भारी
24-07-2018
डॉ अर्चना गुप्ता