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24 Jul 2018 · 1 min read

स्कूल बस

बस ने हॉर्न दिया क्या भाई
मानो अपनी आफत आई

पापा आये आगे आगे
बस्ता लेकर हम भी भागे

मम्मी ने वापस बुलवाया
लंच बॉक्स हमको पकड़ाया

कंडक्टर थोड़ा चिल्लाया
हमें नही बिल्कुल ये भाया

जा बैठे हम बस के अंदर
झगड़ पड़े बस की सीटों पर

बच्चे अधिक सीट जो कम हैं
रोज खड़े होते बस हम है

कंडक्टर ने सुलाह कराई
सबकी ही बारी लगवाई

अगले दिन फिर वही लड़ाई
बात किसी को समझ न आई

जाना बस से मजबूरी है
ज्यादा घर से जो दूरी है

छुट्टी में भी मारा मारी
आना जाना लगता भारी

24-07-2018
डॉ अर्चना गुप्ता

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