स्कूल चले
गुनगुन, मुन्नू, बबलू, गुड़िया
सब मिलकर स्कूल चले।
जाते हैं स्कूल सुबह से
घर आते हैं सांझ ढले।।
बस्ता, बॉटल, टिफिन हमारा
मम्मी रोज ही रखती हैं।
सबसे पहले उठ जातीं वो
कभी नहीं वो थकती हैं ।।
कहती हैं ये मम्मी हमसे
पढ़ने में तुम देना ध्यान।
जग में बच्चो अधिक जरूरी
सबसे बढ़कर होता ज्ञान।।
रोज ही जाना, लिखना-पढ़ना
कितना प्यारा है स्कूल।
शिक्षक का सम्मान करोगे
ये शिक्षा मत जाना भूल।।
विजय बेशर्म