स्कूल का पहला दिन
School ka pahla din
अब तक रहा मैं घर में सदा अब बाहर निकल जाना है
स्कूल जाके पढ़ लिखकर अब महान बन जाना है
देखा अब तक जग मैंने माँ बाबा की आँखों से
अब अपनी आंखे खोल मुझे नया जग दिखलाना है
अब तक जो खेल खिलोने में थी मेरी छोटी सी दुनिया
इन सब से ऊपर उठ अब संसार नया समझाना है
है दिन ये पहला स्कूल का मेरे हुई आंखे सबकी नम
पर लेकर नए सपने मुझे सच सबको कर दिखाना है