सोशलमीडिया
जादू सोशल मीडिया, फँसा हुआ इंसान।
अगर दिया है फायदा,काफी है नुकसान।।
अब तो सोशल मीडिया,लगता सबसे खास,
बूढ़े बच्चे सब यहाँ,करते टाइम पास।
घर बैठे ही कर रहें,इस दुनिया की सैर।
हुआ कलरफुल जिन्दगी,अनृत स्वप्न में तैर।
उलझ गई है जिन्दगी,बने हुए हैं दास।
अनजाने पर कर रहें, हम कितना विश्वास।।
पबजी इस्टाग्राम पर,जगते सारी रैन।
लाइक कमेंट देखने, रहते हैं बेचैन।।
अमेजॉन फ्लिपकार्ट पर, करते शॉपिंग खूब।
आलसअरु आराम में,जातें हैं सब डूब।।
टेढ़े-मेढ़े शक्ल में,करे सेल्फी पोस्ट।
दिल दिमाग लट्टू हुआ,वाह-वाह है मोस्ट।।
वाटसप्प पर पूछते,इक दूजे का हाल।
मिलना जुलना बंद है,दिल में भरा मलाल।।
स्टेटस को देखकर,मचता हृदय बवाल।
और इमोजी डाल कर,करते कई सवाल।।
खाना बनते ही यहाँ, हो जाता अपडेट।
अब तो सोशल मीडिया,पहले करता टेस्ट।।
पल में सोशल मीडिया,किया खुशी को कैद।
पागलपन बढ़ने लगा,बचा न पाये बैद।।
अक्सर सोशल मीडिया, फैलाते अफवाह।
पंख लगाकर झूठ का,स्वार्थ पूर्ति की चाह।।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली