Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2021 · 1 min read

सोया देश जगाने को मैं

हम हिन्द के वासी रखतें इसका ध्यान
हम बुलबुले इसके ये हमारा गुलिस्तान

हम तीन रँग तिरंगे के समझ लेना तुम
थल जल वायु से हम इसके निगेहबान

ऐसी आग लगा देंगे क़लम से अपनी हम
धुँ धुँ कर जल उठेंगे दुश्मनो के अरमान

दिल्ली का राजभवन सुरक्षित रहे हमेशा
बालिदानो की परंपरा में सोचे वीर जवान

पूजे मजारें पीरो की रख बोली शमशीरों की
हम भगवधारी करतें है ऋषियों पर अभिमान

कवि कल्हण राजतरंगिणी भारत भू पे गाये
चन्द्रवरदाई भी बचाता पृथ्वी का स्वाभिमान

कश्मीर भारत का अंग कहते हम हिन्दवासी
सिर का ताज हिमालय तो पैर बने अंडमान

जय हिंद का नारा हर भारत वासी का प्यारा
मातृ भूमि का माँ माने बेटी में देखे हिंदुस्तान

राष्ट्र भक्ति घर घर मे जन्मे दुआ करता हमदर्द
मातृ भूमि के बलिवेदी पर दे देगा अपनी जान

युद्ध का कौशल खिलाड़ी नहीं क़लम प्रहरी हूँ
सोया देश जगाने का करता कलम से आह्वान

अशोक सपड़ा हमदर्द
दिल्ली से

1 Comment · 255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नर्क भोगने के लिए पाप करना ही जरूरी नहीं हैं, अगर आप एक शिक्
नर्क भोगने के लिए पाप करना ही जरूरी नहीं हैं, अगर आप एक शिक्
पूर्वार्थ
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
राधेश्याम "रागी"
राजस्थानी भाषा में
राजस्थानी भाषा में
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मधुमाश
मधुमाश
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
4070.💐 *पूर्णिका* 💐
4070.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो मिटा ना सके ज़ुल्म को ज़माने से अभी ।
वो मिटा ना सके ज़ुल्म को ज़माने से अभी ।
Phool gufran
नज़र चुरा कर
नज़र चुरा कर
Surinder blackpen
एक दीप दिवाली पर शहीदों के नाम
एक दीप दिवाली पर शहीदों के नाम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जज्बे से मिली जीत की राह....
जज्बे से मिली जीत की राह....
Nasib Sabharwal
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
Ravi Betulwala
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
ख़ुमार है
ख़ुमार है
Dr fauzia Naseem shad
दौड़ते ही जा रहे सब हर तरफ
दौड़ते ही जा रहे सब हर तरफ
Dhirendra Singh
सोच
सोच
Srishty Bansal
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नदी किनारे
नदी किनारे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
जिंदगी का यह दौर भी निराला है
जिंदगी का यह दौर भी निराला है
Ansh
शायरी
शायरी
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
नारी की स्वतंत्रता
नारी की स्वतंत्रता
SURYA PRAKASH SHARMA
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
𑒧𑒻𑒟𑒱𑒪𑒲 𑒦𑒰𑒭𑒰 𑒮𑒧𑓂𑒣𑒴𑒩𑓂𑒝 𑒠𑒹𑒯𑒏 𑒩𑒏𑓂𑒞 𑒧𑒹 𑒣𑓂𑒩𑒫𑒰𑒯𑒱𑒞 𑒦 𑒩𑒯𑒪 𑒁𑒕𑒱 ! 𑒖𑒞𑒻𑒏
DrLakshman Jha Parimal
* किसे बताएं *
* किसे बताएं *
surenderpal vaidya
फूल
फूल
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*भारत माता को नमन, अभिनंदन शत बार (कुंडलिया)*
*भारत माता को नमन, अभिनंदन शत बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
" अकाल्पनिक मनोस्थिति "
Dr Meenu Poonia
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
डॉक्टर रागिनी
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चाँद
चाँद
Davina Amar Thakral
" सोहबत "
Dr. Kishan tandon kranti
"नारियल खोपड़ी से टकराए या खोपड़ी नारियल से, फूटना खोपड़ी को ही
*प्रणय*
Loading...