—सोनू सूद —
पैसा कमाना आसान है, आज के समय को छोड़ कर..(कोरोना ).पर आप अगर किसी का दिल जीत लेते हैं , तो उस के आगे यह पैसा फीका पड़ जाता है..इंसानियत की मिसाल पेश की..सोनू सूद ने, >> क्या जरुरत थी…एक छोटे से कलाकार को सब से कमजोर तबके को उन के घर तक पहुँचने की..?? कुछ लड़किओं को वायु मार्ग के द्वारा घर तक भेजने की ?? इतना बड़ा कलाकार तो यह नहीं था यह शख्स , इन से भी बड़े बड़े कलाकार देश के अंदर इन से कहीं जयादा धन दौलत से भरे पड़े है. .इस बन्दे का दिल इतना क्यूँ पिघला कि , मैं सब को इस दुःख की घडी में घर तक पहुँचाने का जिम्मा लूँ। ..जिस को शायद चंद लोग जानते होंगे , जिन्होंने उनको परदे पर देखा होगा, मैने तो कभी नाम भी नहीं सुना था , जैसे जैसे इनके बारे में लोगों ने पोस्ट डालनी शुरू की , तो मुझ को भी लगा कि , वाकई इस को कहते है, साफ़ दिल द्वारा किया गया नेक काम..सच मेरे दिल से यही दुआ निकलती रही, कि भगवान् इस बन्दे को बहुत लम्बी उम्र देना, इस का स्वास्थय अच्छा रखना, इस को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने देना, इस ने तो सब का दिल जीत लिया है, पैसा तो आना जाना रहेगा, कोई कुंडली मार के बैठा है, कोई घर में रहता हुआ अपने पैसे का मजा ले रहा है, तूने प्रभु सोनू सूद को ही क्यूँ चुना, कहीं न कहीं इस में उप्पर वाले की रजा भी शामिल है, नहीं तो यह काम चुटकिओं में कोई भी धनवान कर सकता था, किसी भी और कलाकार के पास कोई कमी नहीं है…वाकई यह इंसान महान है..इस को किसी के समर्थन की जरुरत नहीं है, इस को किसी पारितोषिक की जरुरत नहीं है..इस को जरुरत है तो उप्पर वाले के आशीर्वाद की और सब के द्वारा दी जाने वाली दुआओं की वो जिस को मिल गया, वो कोई छोटी हस्ती नहीं रह जाता, खुदा का बंदा बन जाता है..मैं ज्यादा न लिख कर इतना कहूंगा, आप इस इंसान के अच्छे स्वास्थ की कामना जरूर करना, ताकि आगे भी यह इंसान इंसानियत के काम आता रहे…ईश्वर इनके और इनके परिवार के साथ सदा रहे.यही मेरी कामना है..
अजीत कुमार तलवार
मेरठ