Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2024 · 1 min read

सोचा था एक घर होगा, घर में खुशियाँ अपार होंगी।

सोचा था एक घर होगा, घर में खुशियाँ अपार होंगी।
अभी बुनियाद ही रखी थी, ‌कि ऐसातूफान आ गया।
खुशियों को दफनाकर, बुनियाद में मेरे घर की।
कहता था वो बुलंदी से, सैतान आ गया।
न इल्म उसको था, न अहसास मुझको था।
मेरे अंदर भी बदले का, इंतकाम आ‌ गया।
लाशों की कल्पना से ही लगता है शमशान आ गया।

श्याम सांवरा…..

15 Views

You may also like these posts

भोजपुरी गजल
भोजपुरी गजल
अवध किशोर 'अवधू'
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
अभिषेक किसनराव रेठे
झूठ की जीत नहीं
झूठ की जीत नहीं
shabina. Naaz
लाखों रावण पहुंच गए हैं,
लाखों रावण पहुंच गए हैं,
Pramila sultan
एहसास
एहसास
Ashwani Kumar Jaiswal
प्रेम का कोई रूप नहीं होता जब किसी की अनुभूति....
प्रेम का कोई रूप नहीं होता जब किसी की अनुभूति....
Ranjeet kumar patre
मोहब्बत क्या है .......
मोहब्बत क्या है .......
sushil sarna
समय के साथ
समय के साथ
Davina Amar Thakral
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
Dr. Vaishali Verma
4. दृष्टि
4. दृष्टि
Lalni Bhardwaj
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
" फर्क "
Dr. Kishan tandon kranti
"Death"
राकेश चौरसिया
Kavita
Kavita
shahab uddin shah kannauji
अब भी वही तेरा इंतजार करते है
अब भी वही तेरा इंतजार करते है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
एकाधिकार
एकाधिकार
अंकित आजाद गुप्ता
पेंसिल हो या पेन‌ लिखने का सच हैं।
पेंसिल हो या पेन‌ लिखने का सच हैं।
Neeraj Agarwal
2795. *पूर्णिका*
2795. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
“मिल ही जाएगा”
“मिल ही जाएगा”
ओसमणी साहू 'ओश'
चौपाई - तुलसीदास
चौपाई - तुलसीदास
Sudhir srivastava
God's Grace
God's Grace
Poonam Sharma
बुंदेली दोहा-बखेड़ा
बुंदेली दोहा-बखेड़ा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
धर्म का प्रभाव
धर्म का प्रभाव
Pratibha Pandey
शब्द
शब्द
Mahesh Jain 'Jyoti'
* किसे बताएं *
* किसे बताएं *
surenderpal vaidya
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
ज़रूर है तैयारी ज़रूरी, मगर हौसले का होना भी ज़रूरी
ज़रूर है तैयारी ज़रूरी, मगर हौसले का होना भी ज़रूरी
पूर्वार्थ
Loading...