सोचना है तो मेरे यार इस क़दर सोचो
सोचना है तो मेरे यार इस क़दर सोचो।
रात दिन मुझे सोचो शाम और सहर सोचो ।
छोड़कर जमाने को हाथ तेरा थामा है।
मुझको छोड़ कर आखिर जाओगे किधर सोचो।
सोचना है तो मेरे यार इस क़दर सोचो।
रात दिन मुझे सोचो शाम और सहर सोचो ।
छोड़कर जमाने को हाथ तेरा थामा है।
मुझको छोड़ कर आखिर जाओगे किधर सोचो।