सोचता कौन है
किसी के बारे में यूंही सोचता कौन है
जब तक न हो मतलब पूछता कौन है
अब चेहरे से ही मुतासिर होते हैं लोग
दिल में उतरकर भला देखता कौन है
एक दौर था गमे हिज्र में रोते थे लोग
अब तो जाने वाले को रोकता कौन है
किसी के बारे में यूंही सोचता कौन है
जब तक न हो मतलब पूछता कौन है
अब चेहरे से ही मुतासिर होते हैं लोग
दिल में उतरकर भला देखता कौन है
एक दौर था गमे हिज्र में रोते थे लोग
अब तो जाने वाले को रोकता कौन है