सुनो तुम ?
सुनो तुम ज़िद अगर कर दो
हम सब कुछ छोड़ आएंगे
गायेंगे मनाएंगे और तुमको समझायेंगे
सुनो तुम जिद अगर कर दो
तेरी आँखे भीगी जब भी हों
बस याद तू हमको कर लेना
हम चुपके से आ जाएंगे
और तुमको गले लगाएंगे
सुनो तुम जिद अगर कर दो
जब खामोशी का डेरा हो
और तन्हा रात का पहरा हो
तू नम आँखों को बंद करना
हम आएंगे और मुस्कुरायेंगे
सुनो तुम ज़िद अगर दो
हम सब कुछ छोड़ आएंगे