सूली का दर्द बेहतर
सूली का दर्द बेहतर
उनकी दग़ा के शूल से
अंत तो है दर्द का
सूली पर ज़ाहिर है
है बेवफ़ाई नासूर
ना ही है मरहम
ना ही चारागर
अतुल “कृष्ण”
सूली का दर्द बेहतर
उनकी दग़ा के शूल से
अंत तो है दर्द का
सूली पर ज़ाहिर है
है बेवफ़ाई नासूर
ना ही है मरहम
ना ही चारागर
अतुल “कृष्ण”