सूरज
सोचो सूरज नहीं निकलता
हमें बहुत अंधेरा खलता
किरणें धरती पर आती हैं
चिड़ियां मधुर गीत गाती हैं
दिखता मुखड़ा इसका प्यारा
रोशन होता फिर जग सारा
सूरज से होता उजियारा
सारे जहां का यह दुलारा
कहो न भाई इसको आफत
इससे हमको मिलती ताकत
पेड़ों को देता है जीवन
करते हैं सब इसका वंदन