सूरज
. सूरज सूरज, तू न होता
. धरती पर जीवन न होता
न होती नदियां और सागर
न पानी के मीठे निर्झर
नहीं होता खेतो में अन्न
बोलो क्या फिर खाते हम
न धरती होती हरियाली
न होती फूलों की क्यारी
वर्षा का नहीं होता नाम
न होती सुबह और श्याम
बार बार हर बार हजार
सूरज तुम को नमस्कार।
.. सूरज जीवन का आधार
… सूरज तुम को नमस्कार।