सूरज दादा गर्मी आई
सूरज दादा गर्मी आई
आओ खेलें छुपम छुपाई
सबसे पहले तुम छुप जाना
काले काले मेघा लाना
बारिश में कैसे ढूढेंगे
हार मान हम अपनी लेंगे
फिर आएगी अपनी बारी
जब आएगी सर्दी भारी
धूप गुनगुनी जरा बिछाना
हमें पड़ेगा बाहर आना
फिर से होगी जीत तुम्हारी
कुछ मुश्किल आसान हमारी
यूँ ही बदलेंगे ये मौसम
और मज़ा लेंगे उनका हम
7-06-2022
डॉ अर्चना गुप्ता