सूने महल
सुनें महल में जीऊं सहारे किसके सावारियां,
छोड़ गए क्यों हमें हमको,
युही तड़पते,
अधुरी क्यों छोड़ी हमारी कहानियां,
ऐसा क्यों किया ये सावारियां,
हमें क्यों बना गया तु अपनी बावारिया,
मधुर हमारे प्रेम को,
तोल क्यों गए सावारियां,
दर्द के भाव में,
प्रियतमा मनोहर छवि जो नयनों में बसे थे,
बेच क्यों दिया सावारियां,
आंसुओ के मोल में,
युहीं क्यों तोड़ गए धरक्कन मेरे,
दिल अपना जोड़ के,
दिया जला के जीवन में,
अंधेर में क्यों धकेला सांवरे, उम्र भर के क़ैद में,
छोड़ क्यों गए सावारियां,
आधी मझधार में,
सुनें महल में