Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2024 · 1 min read

सूखी लकड़ियों में, वो बात कहाँ ।

सूखी लकड़ियों में, वो बात कहाँ ।
पत्तों को हिला कर, आग भड़का दे।
पत्तों के जुदा होते, जड जुदा होना पड़ता है।
अब तो तपन लाने को, खुद जलना पड़ता हैं।

श्याम सांवरा…

1 Like · 11 Views

You may also like these posts

जीवन रूपी बाग में ,सत्कर्मों के बीज।
जीवन रूपी बाग में ,सत्कर्मों के बीज।
Anamika Tiwari 'annpurna '
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
कभी किसी की सुंदरता से प्रभावीत होकर खुद को उसके लिए समर्पित
Rituraj shivem verma
पिता
पिता
Nitesh Shah
नजरें नीची लाज की,
नजरें नीची लाज की,
sushil sarna
सफेद चादर
सफेद चादर
सोनू हंस
"कोई क्या समझाएगा उसे"
Ajit Kumar "Karn"
मुझे  पता  है  तू  जलता  है।
मुझे पता है तू जलता है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
अपने माथे पर थोड़ा सा सिकन रखना दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह कैसा पागलपन?
यह कैसा पागलपन?
Dr. Kishan tandon kranti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम में एहसास
तुम में एहसास
Dr fauzia Naseem shad
चुभते शूल ……
चुभते शूल ……
Kavita Chouhan
बेटी
बेटी
Ruchi Sharma
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
डॉ. दीपक बवेजा
*मजदूर*
*मजदूर*
Dushyant Kumar
कैसा फसाना है
कैसा फसाना है
Dinesh Kumar Gangwar
सिमराँवगढ़ को तुम जाती हो,
सिमराँवगढ़ को तुम जाती हो,
श्रीहर्ष आचार्य
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
टूटता दिल
टूटता दिल
Ruchika Rai
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
एक गुल्लक रख रखी है मैंने,अपने सिरहाने,बड़ी सी...
पूर्वार्थ
मैं पत्थर की मूरत में  भगवान देखता हूँ ।
मैं पत्थर की मूरत में भगवान देखता हूँ ।
Ashwini sharma
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दस लक्षण पर्व
दस लक्षण पर्व
Seema gupta,Alwar
روح میں آپ اتر جائیں
روح میں آپ اتر جائیں
अरशद रसूल बदायूंनी
इठलाते गम पता नहीं क्यों मुझे और मेरी जिंदगी को ठेस पहुचाने
इठलाते गम पता नहीं क्यों मुझे और मेरी जिंदगी को ठेस पहुचाने
Chaahat
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
तृष्णा का थामे हुए हाथ
तृष्णा का थामे हुए हाथ
Shally Vij
* हनुमंत का दरबार**
* हनुमंत का दरबार**
Dr. P.C. Bisen
जमाने को मौका चाहिये ✨️ दोगे तो कतरे जाओगे
जमाने को मौका चाहिये ✨️ दोगे तो कतरे जाओगे
©️ दामिनी नारायण सिंह
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
Loading...