सुहाना हैं सुहाना
सुहाना हैं सुहाना ये मौसम सुहाना।
सुंदर विश्व का नज़ारा हैं ये सुहाना।
पर्वतों पे आए ये बादल हैं सुहाने।
कोयल की गूंज से वन हो जाता सुहाना।
तितलियों के रंग से होता मन हैं सुहाना।
सुंदर विचारों से होता हैं माहौल सुहाना।
तालाबों में होता मछली तैरना सुहाना।
मंद पवन से होता हैं सुबह सुहाना।
आदर्श बनने पर होता हैं सम्मान सुहाना।
हरे भरे में लगते खेत हैं सुहाने।
बड़ो से मिले आशीर्वाद हैं सुहाने।
कहीं से मिली ज्ञान की बाते होती सुहानी।
कवियों को लगते अच्छे विचार हैं सुहाने।
शराबियों को लगे मधुशाला हैं सुहानी।
पुजारियों को लगे राम नाम हैं सुहाना।
समाजसेवकों को लगता समाज ये सुहाना।
गायकों को लगता गीत गाना सुहाना।
पेड़ो से मिले फल होते हैं सुहाने।
मस्ती से भरा ये दिन सुहाना हैं सुहाना।