सुहाग रात
जब उनसे मेरी पहली मुलाकात होगी,
पता नही उनसे क्या क्या बात होगी।
उठायेंगे जब घुघंट वे मेरा पहली बार,
मेरे जीवन की ये सबसे बड़ी सौगात होगी।।
कमरे में एक टिमटिमाती सी रोशनी होगी,
फूलो से सजी मेरी सोने की सेज होगी।
आयेगे जब वे इस कमरे में चुपके से,
बस मेरे दिल में नई सी फुस फुसाहट होगी।।
चंदा के साथ इस रात चांदनी भी होगी,
आसमान में झिलमिल तारो की बारात होगी।
साथ सो रहे होगे जब प्रियतम वे मेरे,
लगता है ये मिलन की रात कभी खत्म न होगी।।
सुबह उठकर आंखों में अलसाई नींद होगी,
बाहर पक्षियों की पेड़ो पर चहचहाट होगी,
रात बिताई थी उनके साथ जो मैने,
चादर पर पड़ी सलवटो की गवाही होगी।।
नंद भावजो से जब सुबह मेरी बाते होगी,
उनके हर प्रश्न पूछने पर सुकचाहट होगी।
कह दूंगी मैं भी जानती हो सब कुछ तुम,
फिर भी वे बार बार पूछने पर अमादा होगी।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम