सुहागन बनाम अर्धांगिनी
सिन्दूर भी लगाया और बिंदिया भी है लगाई।
निशानीयाँ ये सुहाग की हैं तो सुहागन कहाई।।
सात फेरे अग्नि के और सात वचन भी लिए।
तब जाके अपने पति की अर्धांगिनी कहाई।।
सिन्दूर भी लगाया और बिंदिया भी है लगाई।
निशानीयाँ ये सुहाग की हैं तो सुहागन कहाई।।
सात फेरे अग्नि के और सात वचन भी लिए।
तब जाके अपने पति की अर्धांगिनी कहाई।।