सुषमा स्वराज (शत शत नमन)
नेता सँग वक्ता प्रखर, बड़ी सुषमा स्वराज
संयम से करती रहीं, राजनीति के काज
राजनीति के काज, सादगी की थीं मूरत
लगता उनको देख, भारती माँ की सूरत
कहे ‘अर्चना’ शून्य , दिखाई उन बिन देता
शुचिता से भरपूर, गरीबों की थीं नेता
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद