सुमुखि छंद
आधार छन्द- “सुमुखी” (मापनीयुक्त वर्णिक)
वर्णिक मापनी- ललल लगाल लगाल लगा (11 वर्ण)
पिंगल सूत्र- न ज ज ल ग
ध्रुव शब्द- “कलिका’ (छन्द में कहीं भी आ सकता है।)
11 1 12 1 1 2 1 12
दृग सुमुखी मनवा कलिका।
प्रणय रचे तरुणा तुलिका।।
कनक सुशोभित वो कणिका।।
चितवन नीलम ज्यों मणिका।
नीलम शर्मा ✍️