Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2022 · 1 min read

सुबाह

सुबाह का यूं सूरज संग आना
पत्तों की छांव और चिड़िया का चहचहाना !

मम्मी का मुझे डांट कर उठाना
झूठ बोलकर पापा की खाट पर दुबारा सोजना !

मम्मी और बुआजी का रोज मंदिर जाना
पापा का हमें bye कहके ऑफिस चले जाना !

दादीजी का मुझसे पूजा करवाना
दादाजी का walk पे जाना फिर बाजार से बिस्कुट लाना !
मित्रो का फिर घर आना !
में करू इंतजार , ए सुबह तुम रोज आना !

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरमान
अरमान
Kanchan Khanna
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
पार्टी-साटी का यह युग है...
पार्टी-साटी का यह युग है...
Ajit Kumar "Karn"
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
Rj Anand Prajapati
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
★HAPPY BIRTHDAY SHIVANSH BHAI★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
तन्हा था मैं
तन्हा था मैं
Swami Ganganiya
शिक्षकों को प्रणाम*
शिक्षकों को प्रणाम*
Madhu Shah
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
जिंदगी भी कुछ पहाड़ की तरह होती हैं।
Neeraj Agarwal
4235.💐 *पूर्णिका* 💐
4235.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi
कभी कभी आईना भी,
कभी कभी आईना भी,
शेखर सिंह
I love to vanish like that shooting star.
I love to vanish like that shooting star.
Manisha Manjari
रिश्ता गहरा आज का,
रिश्ता गहरा आज का,
sushil sarna
एक दिन इतिहास लिखूंगा
एक दिन इतिहास लिखूंगा
जीवनदान चारण अबोध
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
गर जानना चाहते हो
गर जानना चाहते हो
SATPAL CHAUHAN
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
Rituraj shivem verma
"सच और झूठ धुर विरोधी हो कर भी एक मामले में एक से हैं। दोनों
*प्रणय*
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
"खुदा रूठे तो"
Dr. Kishan tandon kranti
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
मेरी फितरत ही बुरी है
मेरी फितरत ही बुरी है
VINOD CHAUHAN
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"" *सपनों की उड़ान* ""
सुनीलानंद महंत
Loading...