सुबाह
सुबाह का यूं सूरज संग आना
पत्तों की छांव और चिड़िया का चहचहाना !
मम्मी का मुझे डांट कर उठाना
झूठ बोलकर पापा की खाट पर दुबारा सोजना !
मम्मी और बुआजी का रोज मंदिर जाना
पापा का हमें bye कहके ऑफिस चले जाना !
दादीजी का मुझसे पूजा करवाना
दादाजी का walk पे जाना फिर बाजार से बिस्कुट लाना !
मित्रो का फिर घर आना !
में करू इंतजार , ए सुबह तुम रोज आना !