Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2023 · 2 min read

सुबह-सुबह वोट मॉंगने वाले (हास्य-व्यंग्य)

सुबह-सुबह वोट मॉंगने वाले (हास्य-व्यंग्य)
*********************************
कुछ भी कहो सबसे ज्यादा दुर्गति वोटर की होती है। बेचारा अपने घर पर सो रहा होता है और सुबह का उजाला हुआ नहीं कि वोट मॉंगने वाले आ टपकते हैं। दरवाजे की घंटी बजाई और जोरदार आवाज लगाई- भाई साहब ! उठकर बाहर आइए !
जितनी देर में बेचारा वोटर कुछ समझ पाता ,दो-तीन लोग और आगे बढ़ कर दरवाजे की घंटियां बजाना शुरू कर देते हैं। वोट मांगने का सबसे अच्छा तरीका यह होता है कि जब उम्मीदवार एक घर के दरवाजे पर हाथ जोड़कर वोट मॉंग रहा हो तो चमचे उसके आगे के दस घरों में जाकर घंटियां बजा-बजाकर हड़कंप मचा देंगे ताकि आगे के घरों में मतदाता घर के दरवाजे के बाहर हाथ जोड़कर खड़ा हो जाए और उम्मीदवार के आने की प्रतीक्षा सजग होकर करता रहे। इस प्रक्रिया में समय कम लगता है ।
जो चतुर चुनाव-अभियान के संचालक होते हैं , वह ज्यादातर सुबह छह बजे मतदाता को जगाते हैं। उस समय शत-प्रतिशत रूप से मतदाता अपने घर के बिस्तर पर लेटा हुआ बल्कि कहिए कि सोया हुआ मिलता है। उनका काम केवल उसको जगाना भर होता है। दरवाजा पीटो… घंटियां बजाओ… मतदाता जाग जाएगा ।
अब स्थिति यह होती है कि मतदाता बनियान पहने हुए होता है जो अनेक बार फटी हुई होती है । अनेक छेद होते हैं । पाजामा थोड़ा ऊंचा होता है,मुड़ा-तुड़ा होता है। चप्पल पहने होता है । कई बार नहीं भी पहने होता है । बाल स्वाभाविक है कि बिखरे हुए होते हैं। दाढ़ी बढ़ी होती है ।चेहरा बासी-बासी होता है ।यह तो है नहीं कि बाहर नेता जी ने घंटी बजाई और मतदाता दरवाजा खोलने में इतनी देर लगाए कि पहले मुँह धोए और उसके बाद आए । मतदाता को पता है कि नेता के मुकाबले में मेरी हैसियत केवल दस-बीस दिन के लिए ही ऊंची है। बाद में तो फिर नेता को मतदाता से कोई काम पड़ता नहीं है । बेचारे मतदाता को ही नेता के पास जाना पड़ता है।
इसलिए नेता सजे-धजे कुर्ते पजामे में होता है और मतदाता के चेहरे पर स्वभाविक है कि पानी का छींटा तक नहीं लगा होता है।
सबसे बड़ी मुसीबत यह आ गई कि अब सब के पास मोबाइल फोन में कैमरे हैं। इधर नेता ने मतदाता को प्रणाम किया, उधर धड़ाधड़ फोटो खींच लिए गए ।सोशल मीडिया पर ऐसे सौ-पचास फोटो रोजाना आते हैं, जिसमें नेता की धुली हुई चमचमाती हुई कुर्ता-पजामा की तस्वीर है और मतदाता बनियान पहने हुए बेचारा शर्मा रहा है और नजरें झुका रहा है। इसी स्थिति को दर्शाता हुआ एक कुंडलिया देखिए:-
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
नेता आया भोर में , यह चुनाव का दौर
वोटर से कहने लगा ,सुन बे ! सो मत और
सुन बे ! सो मत और, वोट हमको ही देना
चमचा बोला प्लीज , एक फोटो है लेना
कहते रवि कविराय , धड़ाधड़ फोटो लेता
वोटर की बनियान ,सजा दिखता है नेता
—————————————————
लेखक: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

832 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
जिंदगी हमेशा एक सी नहीं होती......
जिंदगी हमेशा एक सी नहीं होती......
shabina. Naaz
ना मसले अदा के होते हैं
ना मसले अदा के होते हैं
Phool gufran
ईश ......
ईश ......
sushil sarna
Website: https://dongphucasian.com/xuong-may-dong-phuc-ao-th
Website: https://dongphucasian.com/xuong-may-dong-phuc-ao-th
dongphucuytin123
When you work so hard for an achievement,
When you work so hard for an achievement,
पूर्वार्थ
मौन रहना भी एक कला है
मौन रहना भी एक कला है
Sonam Puneet Dubey
“हम हो गए दीवाने”
“हम हो गए दीवाने”
DrLakshman Jha Parimal
बुंदेली दोहे-फदाली
बुंदेली दोहे-फदाली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरी हर धड़कन तुम्हारी सांसों की विरासत है,
मेरी हर धड़कन तुम्हारी सांसों की विरासत है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे
दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे
Dr Archana Gupta
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
Shyam Sundar Subramanian
भूल जा वह जो कल किया
भूल जा वह जो कल किया
gurudeenverma198
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
जाने कैसी इसकी फ़ितरत है
Shweta Soni
*उधो मन न भये दस बीस*
*उधो मन न भये दस बीस*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
Devesh Bharadwaj
"पुकारता है चले आओ"
Dr. Kishan tandon kranti
*अपनेपन से भर सको, जीवन के कुछ रंग (कुंडलिया)*
*अपनेपन से भर सको, जीवन के कुछ रंग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
विश्वकप-2023
विश्वकप-2023
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
हम कुछ कार्य करने से पहले बहुत बार कल्पना करके और समस्या उत्
हम कुछ कार्य करने से पहले बहुत बार कल्पना करके और समस्या उत्
Ravikesh Jha
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
2783. *पूर्णिका*
2783. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अफवाह एक ऐसा धुआं है को बिना किसी आग के उठता है।
अफवाह एक ऐसा धुआं है को बिना किसी आग के उठता है।
Rj Anand Prajapati
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय*
कोई गुरबत
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
ଏହା ହେଉଛି ଭଗବାନଙ୍କ ଭାଗ୍ୟ
ଏହା ହେଉଛି ଭଗବାନଙ୍କ ଭାଗ୍ୟ
Otteri Selvakumar
पिता
पिता
विजय कुमार अग्रवाल
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
शेखर सिंह
किताबों के भूत
किताबों के भूत
Dr. Rajeev Jain
छलावा
छलावा
Sushmita Singh
Loading...