सुबह को सुबह
सुबह को सुबह
शाम को शाम लिखा है
ऐ खुदा तूने मेरी किस्मत में क्या लिखा है
जिंदगी में हर रोज
अंधेरा गहरा होता जाता है
सुबह की एक नई किरन कब लिखा है
ये खुदा तूने मेरी किस्मत में क्या लिखा है
सुबह को सुबह
शाम को शाम लिखा है
ऐ खुदा तूने मेरी किस्मत में क्या लिखा है
जिंदगी में हर रोज
अंधेरा गहरा होता जाता है
सुबह की एक नई किरन कब लिखा है
ये खुदा तूने मेरी किस्मत में क्या लिखा है