सुबह को शाम होना ही था!
इश्क़ को नाकाम
होना ही था!
दिल को बदनाम
होना ही था!
इसमें तेरा कोई
दोष नहीं है!
सुबह को शाम
होना ही था!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
इश्क़ को नाकाम
होना ही था!
दिल को बदनाम
होना ही था!
इसमें तेरा कोई
दोष नहीं है!
सुबह को शाम
होना ही था!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)