फिर कैसे विश्राम हो कोई ?
किसानों की दुर्दशा पर एक तेवरी-
*मिलती है नवनिधि कभी, मिलती रोटी-दाल (कुंडलिया)*
जिंदगी में जब कोई सारा युद्ध हार जाए तो उसे पाने के आलावा खो
अपने जीवन में सभी सुधार कर सकते ।
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
The greatest luck generator - show up