# जय.….जय श्री राम…..
# जय…जय श्री राम …
जो चाय ,
सुड़क कर पीते …!
जो दारु ,
जाम पे जाम …!
छल्ले उड़ाते ,
कश लगाते
जो लेके ,
प्रभु का नाम …!
जो ना छोड़े
ये आदत …!
लोग
वो बद ,
बड़े बद्तर ,
होते हैं बदनाम …!
होती जिंदगी ,
उनकी तमाम …!
होता उसका ,
सब हराम …!
वो गए ,
काम से काम …!
गर चाहे तू तेरी ,
जिंदगी हो आसान …!
तू भज मन ,
गोविंद , राधे-राधे …!
रघुपति राघव राजाराम ,
पतित पावन सीताराम …!
सब प्रेम से बोलो
जय…जय श्री राम …!
चिन्ता नेताम ” मन ”
डोंगरगांव ( छत्तीसगढ़)