“सुन रहे हैं ना मोदी जी! इमरान अफगानियों को भी नागरिकता देंगे”
डॉ लक्ष्मण झा परिमल
बारह वर्षों के अन्तराल के पश्चात फिर हिंदुस्तान और पाकिस्तान क्रिकेट के मैदान पर आमने -सामने दिखेंगे! प्रतिद्वंदिता की लहर हमारे नसों में कूट कूट कर भरी पड़ी है पर पाकिस्तान के कप्तान की सूझ बुझ खेल के मैदानों तक सीमित अब नहीं रही, अपनी पारी का श्री गणेश राजनीति गलियारों में भी उन्होंने कर दिया।
अपने इनिंग को खेलते हुए मोदी जी को शपथ समारोह में आमंत्रित किया, इस फेंके हुए बॉल को मोदी जी पकड़ नहीं पाए ! अभी तक तो मोदी जी सियासी लिबासों में लिपटे हुए थे ! जनाब इमरान साहब ने तो एक कदम बढने को कहा पर मोदी जी को 2019 वाली काली लालिमा बार बार आँखों के सामने आ जाती है ! कप्तान साहब ने तो आगे बढकर ‘करतार साहिब गुरुद्वारा ‘ का दरवाज़ा भी खोल दिया पर मोदी जी की व्यस्तता कुछ और है।
अब देखिये ना पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में जन्में अफगान और बांग्लादेशी शरणार्थियों को नेशनल आइडेंटिटी कार्ड (एनआईसी) तथा पासपोर्ट दिए जाएंगे, बांग्लादेश से आए ये गरीब प्रवासी 40 से भी अधिक वर्षों से यहां हैं, अब उनके बच्चे भी काफी बड़े हो गए हैं, हम उन्हें पासपोर्ट और आईडी कार्ड देंगे।
यह हम उन अफगानियों को भी देंगे, जिनके बच्चे यहां पले और बड़े हुए, जो यहां जन्मे, हम उन्हें नागरिकता देंगे। पर मोदी जी की वह भंगिमा हमें अभी तक याद है जब 2014 के चुनावी रैली के दौरान असम में उन्होंने चेतावनी दी थी “हम जब भी सत्ता में आयेंगे सारे बंगला देशी नागरिकों को बोरिया बिस्तर के साथ भगा देंगे”!
आज एन ० सी ० आर ० के कहर से ४० लाख लोगों को भगाने की योजना बनाई जा रही है ! यहां तक कि उन सैनिक को भी नहीं बक्षा गया जो जन्म जात वहां के नागरिक हैं ! क्रिकेट के मैदानों में आखिर जो निर्णय हो पर यहां तो हम मोदी जी को इतना कहेंगे ,कुछ खेलने की भंगिमा अपने प्रतिद्वन्दिओं से भी सीख ले।
डॉ लक्ष्मण झा परिमल