सुन ए खुशी,
सुन ए खुशी,
बातें दिल की जों तेरे लबों पे आजाएं !!
तो मेरा इश्क सोने पे सुहागा हो जाए ।
हां दो घड़ी तू जो पास आ जाए
जीस्त अपनी भी फिर संवर जाए।
काश! नज़रों से नज़रें मिल जाएं
भेद खुद ही सनम का खुल जाए।
काश! नीलम ही हो उनके ख्वाबों में
जिंदगी बन सोने पे सुहागा मुस्कुराए।
नीलम शर्मा