सुनो…
सुनो…
मुझे प्रेम नहीं चाहिए
असल मे मुझे …
चाहिए महज़ एक साथ
जो मेरे अकेलेपन में
मुझे इत्मिनान से सुन सके…
भरोसा दिला सके कि…
वो हमारे साथ हैं
उन पलों में भी…
जब दुनियाँ की चहल पहल में भी
अकेलापन महसूस हो…!!!
हिमांशु Kulshrestha
सुनो…
मुझे प्रेम नहीं चाहिए
असल मे मुझे …
चाहिए महज़ एक साथ
जो मेरे अकेलेपन में
मुझे इत्मिनान से सुन सके…
भरोसा दिला सके कि…
वो हमारे साथ हैं
उन पलों में भी…
जब दुनियाँ की चहल पहल में भी
अकेलापन महसूस हो…!!!
हिमांशु Kulshrestha